Monday, August 25, 2025

महाराष्ट्रात तणनाशक निरोधक कपाशीच्या एचटीबीटी बियाण्यांची चार हजार कोटीच्या ३ कोटी एचटीबीटी बियाण्यांच्या पाकिटाची १ कोटी एकरात खरीप हंगाम २५-२६ झालेली लागवड -चोर एचटीबीटी बीटी अवैध विक्री रोखण्यासाठी महाराष्ट्रात तणनाशक निरोधक कपाशीच्या एचटीबीटी बियाण्यांची अधिकृत परवानगी द्या -किशोर तिवारी केंद्रीय कृषी मंत्राला मागणी

महाराष्ट्रात तणनाशक निरोधक कपाशीच्या एचटीबीटी बियाण्यांची चार हजार कोटीच्या  ३ कोटी एचटीबीटी बियाण्यांच्या पाकिटाची १ कोटी एकरात खरीप हंगाम  २५-२६ झालेली लागवड -चोर एचटीबीटी बीटी अवैध विक्री रोखण्यासाठी महाराष्ट्रात तणनाशक निरोधक कपाशीच्या एचटीबीटी बियाण्यांची अधिकृत परवानगी द्या -किशोर  तिवारी केंद्रीय कृषी मंत्राला मागणी  

दिनांक -२६ ऑगस्ट २०२५


यावर्षी खरीप हंगाम  २५-२६ महाराष्ट्रात तणनाशक निरोधक कपाशीच्या एचटीबीटी बियाण्यांची चार हजार कोटीच्या  ३ कोटी रुपयाची  एचटीबीटी बियाण्यांच्या पाकिटाची १ कोटी एकरात झालेली लागवड झालेली आहे, कपाशीच्या एचटीबीटी बियाण्यांच्या (चोर बीटी) लागवड करण्यास देशात बंदी आहे. याविषयी जेनेटिक इंजीनियरिंग मूल्यांकन समिति (GEAC) कडे  दाखल केलेली याचिका मागील वीस वर्षांपासून प्रलंबित आहे ;तरीही राज्यात लाखो हेक्टरवर कपाशीच्या प्रतिबंधित बियाण्यांची लागवड होत आहे. मागील वर्षी महाराष्ट्रात हे क्षेत्र सुमारे २५ टक्के होते. यंदा हे वाढून ४५ टक्क्यांवर गेले आहे माहिती सूत्रांनी दिली आहे. तर दुसरीकडे  शेतकऱ्यांनी फसवणूक टाळण्यासाठी मान्यताप्राप्त तणनाशक निरोधक कपाशीच्या एचटीबीटी बियाण्यांची परवानगी द्यावी ही कायदेशीर मागणी महाराष्ट्र  सरकारने  केंद्राला  वारंवार केली आहे

अवैध तणनाशक निरोधक बी टी बियाणांच्या निर्मात्यांकडून या बियाणाची विक्री २०२२ नंतर मोठ्या प्रमाणात संघटित सुनियोजितपणे  वाढली  आहे यावर्षी तणनाशक निरोधक कपाशीच्या एचटीबीटी बियाण्यांची  २५  लागवड लाख हेक्टर म्हणजे १ कोटी एकरात महाराष्ट्रात अंदाजे चार हजार कोटीच्या  ३ कोटी एचटीबीटी बियाण्यांच्या पाकिटाची  विक्री झालेली आहे व चिंतेचा विषय झाला आहे कारण हे बियाणे एफ-२ सरकीची बियाणे पाकिटात भरून ४० रुपये किलोची सरकी ४८६० किलोने विकली जातात व याचे उत्पादन लागवड खर्च दीडपट वाढून २० टक्के कापुस उत्पादन  प्रति क्विंटल कमी होत आहे ही चिंतेची बाब झाली आहे याला प्रमुख कारण मागील ५ वर्षात गवत कापण्यासाठी येणारा खर्च फारच वाढला आहे व अनियंत्रित तण कापण्यासाठी वेळेवर मजुरांचा अभाव यामुळे तणनाशक वापर कापुस व सोयाबीन मध्ये महाराष्ट्रात ९० लाख हेक्टर क्षेत्रात ३०० पट्टीने वाढला आहे यामुळे तणनाशक निरोधक कपाशीच्या एचटीबीटी बियाण्यांची मागणी मोठ्या प्रमाणात वाढली आहे या दोन्ही नगदी पिकांची गुणवत्ता व प्रति एकरात उत्पादन क्षमता कमी झाल्यामुळे या ९० टक्के शेतकऱ्यांची अवस्था प्रचंड कठीण झाली आहे त्यातच  आरोग्य शिक्षण सामाजिक समस्या शेतकऱ्यांच्या आर्थिक प्रश्न प्रचंड प्रमाणात   वाढवित  असुन यामुळे शेतकऱ्यांच्या आत्महत्या प्रचंड प्रमाणात वाढल्या आहेत . 


सरकारने लागवड खर्च ,पीक  पद्धती ,पतपुरवडा ,पीक विमा पद्धती ,हमीभाव ,सरकारकडून हमीभाव संरक्षण खरेदी व साठवण ,प्रक्रिया यावर पहिलेच दुर्लक्ष झाल्यामुळे त्यातच या मरणासन्न कापुस उत्पादक शेतकरी अवैध तणनाशक निरोधक कपाशीच्या एचटीबीटी बियाण्यांची  २५  लागवड लाख हेक्टर म्हणजे १ कोटी एकरात महाराष्ट्रात ४० रुपयाची सरकी ४८०० च्या वर विकल्या जात असल्यामुळे सुमारे चार हजार कोटी रुपयाची लूट या शेतकरी आत्महत्याग्रस्त विदर्भ मराठवाडा खान्देश उत्तर महाराष्ट्रात यावर्षी झाली आहे व चिंतेचा विषय आहे . म्हणून हि एक अधिकृत याचिका येत्या १ सप्टेंबरला भारताचे कृषीमंत्री यांना  किशोर तिवारी सादर करतील  आहे. 

ज्या अर्थी महाराष्ट्रातील ७० टक्के शेतकरी अवैध तणनाशक निरोधक बी टी बियाणांच्या वापर करतात त्या अर्थी  शेतीचा खर्च कमी करण्यासाठी कापूस उत्पादक शेतकऱ्यांना तणनाशक एचटीबीटी बियाण्यांची गरज आहे. आज गावात एचटीबीटी बियाण्यांची लागवड करणाऱ्या शेतकऱ्यांना खर्च कमी आणि उत्पादन अधिक होत असल्याने या बियाण्यांना पसंती मिळू लागली आहे. यंदा एचटीबीटी बियाण्यांचे लागवड क्षेत्र ५० टक्क्यांवर गेली  आहे,ही सर्व  अवैध तणनाशक निरोधक बी टी बियाणांच्या निर्मिती गुजराथ येथे होते व संपुर्ण भारतात सुमारे १० हजार कोटींचा अवैध तणनाशक निरोधक बी टी बियाणांच्या काळाबाजार होतो जेनेटिक इंजीनियरिंग मूल्यांकन समिति (GEAC)  चे सर्व सदस्य या गोरखधंद्यात हिस्सा घेतात यामुळे यावर धोरणात्मक निर्णय घेत नाहीत ,हे सत्य आपण केंद्रीय कृषी मंत्री शिवराज चव्हाण व केंद्रीय परिवहन मंत्री नितीन गडकरी यांना १ सप्टेंबरला भेटुन मांडणार आहोत . 

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Monday, August 18, 2025

नरेंद्र मोदीजी सेवानिवृत्ति के बाद अब नितिन गडकरीको प्रधानमंत्री का मिले-किशोर तिवारी का आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहनजी भागवत को पत्र

नरेंद्र मोदीजी सेवानिवृत्ति के बाद अब नितिन गडकरीको  प्रधानमंत्री का मिले-किशोर तिवारी का आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहनजी भागवत को पत्र

नागपुर, १८अगस्त २०२५ 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी अब १७ सितम्बर २०२५ को  बाद सेवानिवृत्ति के बाद भाजपा के पुर्व राष्ट्रिय अध्यक्ष वर्तमान सबसे होनहार क्रियाशील केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को संघ ने एक मौका देना चाहिए,यह मांग एक पत्र द्वारा राज्य सरकार के शेतकर स्वावलंबन उच्चाधिकार मिशन के पूर्व अध्यक्ष, २०१४  और २०१९  के लोकसभा चुनावों में 'मोदी वाररूम' के सक्रिय सदस्य और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पुराने 'संगठन शिविर' प्रशिक्षित स्वयंसेवक किशोर तिवारी ने आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहनजी भागवत को एक खुला पत्र लिख कर की है।  इस संबंध में अपने पत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को उचित हस्तक्षेप कर देश में पिछले ११ वर्षों से चल रहे व्यक्ति-केंद्रित पूंजीवादी विचारधारा वाले नेतृत्व को बदलना चाहिए और "सबका साथ ~ सबका विकास" का नारा सही मायनों में साकार होना चाहिए तथा स्वर्गीय दीनदयाल उपाध्याय के 'अंत्योदय मिशन' को सही मायनों में साकार करना चाहिए। इसके लिए किशोर तिवारी ने "अभी नहीं तो कभी नहीं" के नारे को अपने सामने रखकर यह पत्र लिखा है।

किशोर तिवारी ने अपने पत्र में आगे लिखा है कि देश ने मोदी को ११ वर्षों तक काम करने का एक महान अवसर दिया है, उन्होंने भगवान रामचंद्र के भव्य मंदिर सहित कई अच्छे कार्य भी किए हैं। जब  २०१४  में नितिन गडकरी, जिनके प्रधानमंत्री बनने का मौका एक षड्यंत्र के तहत छीन लिया गया था. नितिन गडकरी  एक कर्मठ और सबको साथ लेकर चलने वाले मंत्री के रूप में जाने जाते हैं। तिवारी ने अनुरोध किया है कि २०२९ के लोकसभा चुनाव से पहले शेष ४ वर्षों के लिए नितिनजी गडकरी को देश का नेतृत्व करने का अवसर दिया जाए और उनके नेतृत्व में देश को आगे ले जाने के लिए एक सकारात्मक बदलाव लाया जाए। इस मांग की पृष्ठभूमि यह है कि तिवारी ने २०१९ में भी नितिन गडकरी को प्रधानमंत्री बनाने की पुरजोर मांग की थी, लेकिन उस समय मोदी-शाह लॉबी ने भाजपा के लिए २९२ सांसद जित कर आये  जित कर आने  के बाद तिवारी को पार्टी छोड़ने पर मजबूर कर दिया था। 

तिवारी ने इस तथ्य की ओर ज़ोर देकर ध्यान आकर्षित किया है कि जहाँ एक ओर देश भर में ईडी, सीबीआई, नागरिक उड्डयन मंत्रालय के दुरुपयोग और केंद्रीय चुनाव आयोग, ख़ुफ़िया एजेंसियों व अन्य संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग का दुर्भाग्यपूर्ण संदेश विपक्ष मुद्दा बनाकर सर्कार अस्थिर कर रहा है ,देश लोकतांत्रिक पद्धतीसे नहीं चल रहा है यह धारणा मिटाना बेहद ज़रूरी है कि मोदी-शाह सरकार तानाशाही तरीके से काम कर रही है, और इसीलिए नेतृत्व परिवर्तन ज़रूरी हो गया है।

किशोर तिवारी ने अपने पत्र में आगे कहा है कि दरअसल, २००८  से २०१२  तक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में श्री नितिन गडकरी द्वारा की गई कड़ी मेहनत वजहसेही २०१४ लोकसभा  चुनावों में केंद्र सरकार में बदलाव हुआ है । जहाँ यह माना जा रहा था कि उन्हें प्रधानमंत्री बनने का मौका मिलेगा, वहीं बेबुनियाद कथित भ्रष्टाचार के आरोपों लगाकर  नितिन गडकरी को  में उन्हें दोबारा राष्ट्रिय अध्यक्ष  बनने से रोकने की साज़िश रची गईथी । उसके बाद, गुजरात लॉबी के  से जुड़े लोगों ने पार्टी और प्रधानमंत्री पद हथिया लिया और गडकरी विरोधी अपना अभियान पूरा किया था अब २०२५ में फिर से नितिन गडकरी किसीभी हालत पंतप्रधान न बने इसलिए बेबुनियादोंका भ्र्ष्टाचार और पद के दुरूपयोग आरोप लगाए जा रहे हे । अब, हालांकि, पिछले ११  वर्षों में मोदी सरकार द्वारा किए गए अच्छे कार्यों की तुलना में, मोदी-शाह की कार्य प्रणाली ने यह आभास निर्माण हो रहा की देश नीतियों पे पूंजीवाद व सम्राज्यवाद  सरकार पर हावी हो चूका है यह आरोप सब बुद्धिजीवी विपक्ष लगाने में  को बेहतर तरीके से बदनाम किया जा सकतासफल हो रहा है और इस वजह से, अब देश में नेतृत्व परिवर्तन आवश्यक है और संघ को "महाराष्ट्र के पुत्र" नितिनजी गडकरी को मौका देने के लिए खुले प्रयास करने चाहिए, जिनके जीवनके संस्कार  संघ शिक्षा हुई है और जिनकी कार्यकुशलता सर्वमान्य है, और अब समय आ गया है कि संघ अपने 'वीटो' का उपयोग करके 75 वर्षों तक देश की सेवा करने वाले मोदी को मार्गदर्शन परिषद में भेजे, ऐसा तिवारी ने विस्तार से बताया।

इस समय देश भीषण कृषि संकट, विपन्न ग्रामीण अर्थव्यवस्था,स्वास्थ्य एवं शिक्षा बाजार, भारत सरकार द्वारा प्रमुख सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण, पूंजीवाद का बोलबाला ,विदेश नीति की विफलता , हमारे सभी पड़ोसी देशों के साथ बिगड़े संबंध, अमेरिका द्वारा हम पर लगाए गए टैरिफ का विशाल आर्थिक संकट, विपक्ष द्वारा किया जा रहा कटु दुष्प्रचार, मोदी की कार्यशैली को लेकर भाजपा और संघ परिवार में व्याप्त आंतरिक असंतोष, पिछले ११  वर्षों में भाजपा का बेशर्मी से हुआ कांग्रेसीकरण और सभी क्षेत्रों में व्याप्त भ्रष्टाचार से देश जूझ रहा है। इन समस्याओं के रामबाण उपाय के रूप में, संघ के अत्यंत निकट और संघ परिवार से मधुर संबंध रखने वाले नितिन गडकरी ही एकमात्र विकल्प हैं। बारबार हो रहे अन्याय और उपमान का विष पीकर  उन्होंने जो विनम्रता और धैर्य दिखाया, वह एक संत के लक्षण हैं, और निःस्वार्थ सेवा पक्ष केलिए समर्पण के प्रति उनकी अटूट निष्ठा, कार्य के प्रति उनका अटूट ईश्वरीय दृष्टिकोण, उनकीअजात शत्रु , और सरकारी अधिकारियों को अनुशासित करने और साहस के साथ कार्य को पूर्णता तक पहुँचाने के उनके लंबे अनुभव ने, सच्चे नेतृत्व का परिचय देने वाले नागपुर के इस सपूत को अब देश का नेतृत्व करने का अवसर दिया जय यह सबकी प्रामाणिक इच्छा है और तिवारी ने उल्लेख किया है कि इसके लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान चलाने की आवश्यकता है और एक जनांदोलन द्वारा विदर्भमें सुरु किया जाएगा। 

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कृपया प्रचार एवं प्रकाशन हेतु प्रस्तुत करें....

किशोर तिवारी

मोबाइल नंबर 9422108846

ईमेल आईडी: kishortiwari@gmail.com

Friday, August 15, 2025

"Shiv Sena(UBT) should not form an alliance with MNS Chief Shri.Raj Thackeray-An Open letter from Shiv Sena Leader Kishor Tiwari to Uddhav Thackeray !


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PRESS NOTE

Reference - MNS Alliance / 2025 Election                                       Date - 16 August 2025

In a very significant move vetern farm activist and main vocal voice to protect Uddhav Thackeray nad his party Shiv Sena Leader Kishor Tiwari urged him in open letter " not form an alliance with MNS Chief Shri.Raj Thackeray who is running an agenda against Non- Marathi people & Muslims in Maharashtra . here is exaxt copy of text of open letter 

QUOTE

Respected Shri Uddhavji Saheb,

 Jai Maharashtra !

Sub:ShivSena(UBT) should not form an alliance with MNS Chief Shri.Raj Thackeray, who is running an agenda against Non- Marathi people & Muslims in Maharashtra.

Respected Shri Uddhav ji,

I am farm activist who has given his whole life for uoliftment of suicideprone cotton farmers who are facing genocide due wrong polices of state and I was appointed by BJP-SS Govt. as chairman of special taskforce specially created to curb on going coton farmers genocide in maharashtra and as CM you have taken my services too but as  a Shiv Sena loylity and & spokeperson for the last several years of your party ,I was sacked for the post which of minister of state rank by existing chief minister but,I have been canvassing on all fronts everywhere with full loyalty and honesty, even after many odds . I have openly supported  to you what I did not agree with, and I have also had to suffer the adverse consequences, but without any fear of it, I am performing my duty selflessly presenting the side of Shiv Sena on all fronts everywhere with full strength, without any fear of any consequences. You have always appreciated this.

For the last 30 years, as farm activist  attached to grassroot movement, I have spent my entire life in the service of poor farmers, agricultural laborers, tribals and minorities and for the same reasons, you gave me the opportunity to work tieing a Shiv Bandhan on my hand and the responsibilities shoulder upon me, I am fulfilling with full loyalty, of which you are the witness & all time admirer !

The prime reason, as to  why I am writing this open  letter to you today is that it has been reported by Media thst our Shiv Sena and Maharashtra Navnirman Sena led by Shri. Raj Thackeray is going to form an alliance in the backdrop of the municipal and local body elections tobe  contested together. I am writing this letter to you to appraise you to know how this alliance is going to be disastrous for our Shiv Sena in the coming time and how it can cause immense damage to the prospects our Shivsena and other constituents of MVA in long run !

You are well aware of the fact that entire country knows, for the last several years, that the Chief of Maharashtra Navnirman Sena, Shri Raj Saheb Thackeray, has been continuously making statements against Hindi speaking non-marathi and other langustic minorities and Muslim citizens residing peacefully in Maharashtra by promoting linguistic~provincialism, due to which more than three crore fifty lakh Hindi speaking and other minority language speaking, Muslim~Dalit people of the state, mainly residing in the ten municipal corporetion areas of Mumbai and Mumbai Metro Region Areas, are openly opposing this alliance of our Shiv Sena(UBT)~MNS.

You are well aware that Our Shiv Sena is today a major component of the Maha Vikas Aghadi~India Bloc and our alliance achieved a huge success in the last 2024 Lok Sabha elections. Even in the Assembly Elections, the majority number of twenty MLAs elected by our Shiv Sena, out of which victory of Ten MLAs elected in Mumbai Region, has been possible only because of the substantial voter turnout of langustic minority Hindi ~ Muslim~Dalit and OBC voters who all voted for SS & Maha Vikas Aghadi. But now since on one hand MNS chief Shri Raj Saheb Thackeray is constantly making statements against Hindi speaking , other langustic minority  and Muslim citizens out of hatred for these people , on the other hand , he is forging alliance with SS, there has been immense despair among the voters of the Maha Vikas Aghadi.Today, the majority of Hindi speaking and other langustic minorities, Muslim ~ Dalit people residing mainly in the entire state and ten municipal areas near Mumbai are openly opposing this alliance of our Shiv Sena. This will affect the prospects of our Shiv Sena as well as the entire Maha Vikas Aghadi and this is a matter of great concern. As a solider of Shiv Sena, I am writing this letter to you, considering it my duty to present this fact to you in a timely manner.

You are aware that the Hindi and other langustic minorities , Muslim and Dalit voters, who are the main backbone of the Maha Vikas Aghadi-India Bloc, are upset by the continuous statements made by MNS chief Shri Raj Thackeray against Hindi and other langustic minority citizens in the Maharashtra for the past many years and are extremely angry today due to the attacks on them and the degrading & humiliating treatment they are being given by MNS activities, benefiting the BJP alliance out of this. To stop this unfortunate situation, the decision to join hands with MNS chief Shri Raj Thackeray should be reconsidered, it is the need of the hour. Because the great opportunity that Maha Vikas Aghadi and our Shiv Sena have got in the local body elections in the state should not be lost by the statements of Shri Raj Saheb Thackeray against Hindi speaking and Muslims, it is extremely important to take timely precautions and measures to control huge damage being caused.

For this, I request you to take effective steps to stop the continuous statements against Hindi and other langustic minorities and Muslim citizens and take timely measures so that the these big chung voters, who are the main backbone of Mahavikas Aghadi~India Bloc, are not alienated by these constant statements and attacks on them by MNS leader Raj Thackeray, including the degrading~insulting treatment given to them, due to which even activists like me is now constrained to think of moving away from our Shiv Sena.

Therefore, the alliance that our Shiv Sena is forming with MNS chief Raj Thackeray, has made many Shiv Sainiks like me upset. Because it has become necessary to understand that the action taken by keeping the elections in front of our eyes by promoting linguistic~provincialism is going to be destructive for the harmony & national intrest .

Hence this open letter to reconsider the alliance with MNS.

It is my considered feeling that there should be an open discussion on this.

So eagerly awaiting yours words ....

Yours Sincerely, 

Kishore Tiwari 

(Shivsena Spokesperson- Unseated)

Mbl 9422108846

Email ID : kishortiwari@gmail.com

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उद्धव ठाकरे यांनी अल्पसंख्यांक व अमराठी भाषिक विरोधी श्री राज ठाकरे यांचे सोबत युती करू नये -अपदस्थ शिवसेना प्रवक्ते किशोर तिवारी यांचे मागणीपत्र

प्रेस नोट


शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे यांनी अल्पसंख्यांक व अमराठी भाषिक विरोधी अजेंडा चालविणाऱ्या श्री.राज ठाकरे यांचे सोबत युती करू नये !

-अपदस्थ शिवसेना प्रवक्ते किशोर तिवारी यांचे उघड पत्र !


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संदर्भ -मनसे युती /२०२५ निवडणूक                                दिनांक - १६ ऑगस्ट २०२५

 प्रिय सखा श्री उद्धवजी साहेब 

सप्रेम जय महाराष्ट्र ! 

विषय-भाषावाद~प्रांतवाद करून अमराठी व अन्य अल्पसंख्यांक भाषिक समाजाच्या विरोधात सातत्याने विष ओकणाऱ्या मनसेचे प्रमुख श्री राज ठाकरे यांचे सोबत युतीचा पुनर्विचार करणे बाबत...!

आदरणीय साहेब ,

गेल्या सहा वर्षापासून शिवसेनेचा एक पाईक म्हणून मी माझ्या वतीने पूर्ण निष्ठा व इमानदारीने आपला मोर्चा सर्वत्र सांभाळत आहे. मला जे पटले नाही ते मी आपणा समक्ष उघड पणे व्यक्त केले, त्याचा विपरीत परिणाम सुद्धा मला भोगावा लागला, पण त्याची तमा न बाळगता माझे कर्तव्य मी अव्याहत बजावत असून शिवसेनेची बाजू सर्वच ठिकाणी सातत्याने पूर्ण ताकदिनिधी, कोणत्याही परिणामाची तमा न बाळगता, सतत मांडत आहे. याची आपण नेहमी प्रशंसा केली आहे. गेल्या ३० वर्षां पासून एक चळवळीचा आंदोलक कार्यकर्ता म्हणून मी माझे संपूर्ण आयुष्य गोरगरीब शेतकरी, शेतमजूर,आदिवासी व अल्पसंख्यांक लोकांच्या सेवेत घालविले आहे आणि त्याच कारणांनी आपण मला शिवबंधन बांधून काम करण्याची संधी दिली होती, ती मी पूर्ण निष्ठेने पार पाडीत आहे, त्याचे आपण साक्षीदार आहात.

आज मी हे पत्र विशेष रूपाने आपणास लिहिण्याचे कारण की महानगरपालिका व स्थानिक स्वराज्य संस्था निवडणुकीच्या पार्श्वभूमीवर आपली शिवसेना आणि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेनेची युती होऊन या निवडणुका एकत्रित लढविल्या जातील, अशा प्रकारच्या बातम्या वृत्तपत्रात येत आहे. पण ही युती येत्या काळात आपल्या शिवसेनेला कशी विघातक ठरणार आहे व त्यामुळे आपले कसे अतोनात नुकसान होऊ शकते, हे आपणास कळविण्यासाठी मी हे पत्र आपणास लिहीत आहे .

सर्व देश जाणतो की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेनेचे प्रमुख श्री राज साहेब ठाकरे हे गेल्या कित्येक वर्षापासून भाषावाद~प्रांतवाद करून हिंदी व अन्य अल्पसंख्यांक भाषिक आणि मुस्लिम नागरिकांच्या विरोधात सातत्याने वक्तव्य करीत आहेत, त्यामुळे राज्यातील व खासकरून मुंबई आणि मुंबई जवळील दहा महानगरपालिका क्षेत्रात प्रामुख्याने वास्तव्यात असणारे राज्यातील तीन कोटी पन्नास लाख पेक्षा जास्त हिंदी भाषिक व अन्य भाषिक अल्पसंख्यांक , मुस्लिम~ दलित लोक आपल्या शिवसेने~मनसे च्या या युतीच्या उघडपणे विरोधात जात आहेत.

आपली शिवसेना आज महाविकास आघाडी ~ इंडिया ब्लॉक ची एक प्रमुख घटक असून गेल्या २०२४ च्या लोकसभा निवडणुकीत आपल्या आघाडीला भरीव यश मिळाले. विधानसभा निवडणुकीत सुद्धा आपल्या शिवसेनेचे जे सर्वाधिक वीस आमदार निवडून आलेत, त्यातील मुंबई महानगरात निवडून आलेले शिवसेनेचे दहा आमदार हे फक्त महाविकास आघाडीला अल्पसंख्यांक हिंदी ~ मुस्लिम ~ दलित व बहुजन मतदारांनी भरीव मतदान केल्यानेच शक्य झाले आहे. परंतु आता मनसे प्रमुख श्री राज साहेब ठाकरे हे अमराठी जनतेचा द्वेष करून हिंदी व अन्य अल्पसंख्यांक भाषिक आणि मुस्लिम नागरिकांच्या विरोधात सातत्याने वक्तव्य करीत असल्याने, महाविकास आघाडी च्या एकगठ्ठा मतदारांत कमालीचे नैराश्य निर्माण झाले असून आज संपूर्ण राज्यासह मुंबई व मुंबई जवळील दहा महानगरपालिका क्षेत्रात प्रामुख्याने वास्तव्यात असणारे बहुसंख्य हिंदी भाषिक व अन्य भाषिक अल्पसंख्यांक, मुस्लिम~दलित लोक आपल्या शिवसेनेच्या या युतीच्या उघडपणे विरोधात जात आहेत.त्याचा फटका आपल्या शिवसेनेसह संपूर्ण महाविकास आघाडीला सुद्धा बसणार असून ही फार चिंतेची बाब आहे. शिवसेनेचा एक पाईक म्हणून ही वस्तुस्थिती आपल्या समक्ष वेळीच मांडणे मी माझे कर्तव्य समजून हे पत्र आपणास लिहीत आहे.

आपणास कल्पना आहेच की महाविकास आघाडी~इंडिया ब्लॉक चा प्रमुख कणा असलेला हिंदी व अन्य भाषिक अल्पसंख्यांक,मुस्लिम~दलित मतदार हा मनसे प्रमुख श्री राज साहेब ठाकरे यांच्या गेल्या अनेक वर्षापासूनच्या हिंदी व अन्य अल्पसंख्यांक नागरिकांच्या विरोधात गरळ ओकून सातत्याने करीत असलेल्या वक्तव्याने व्यथित असून त्यांचे वर होणारे हल्ले व दिल्या जाणारी हीन~अपमानास्पद वागणूक, या मुळे आज कमालीचा नाराज असून याचा फायदा भाजपा युतीला आयता होत आहे. ही दुर्दैवी स्थिती थांबविण्या साठी मनसे प्रमुख श्री राज ठाकरे यांचेशी हातमिळवणी करण्याच्या निर्णयाचा पुनर्विचार करण्यात यावा, ही काळाची गरज आहे. कारण राज्यातील स्थानिक स्वराज्य संस्था निवडणुकीत महाविकास आघाडी व आपल्या शिवसेनेला चालून आलेली खूप मोठी संधी श्री राज साहेब ठाकरे यांचे हिंदी भाषिक व मुस्लिम विरोधी कलुशीत संकुचित वक्तव्याने हिरावली जाणार तर नाही, या भीतीची वेळीच खबरदारी घेऊन उपाययोजना करणे आवश्यक आहे.

या साठी माझी आपणास विनंती की हिंदी व अन्य अल्पसंख्यांक भाषिक आणि मुस्लिम नागरिकांच्या विरोधात सातत्याने होणारे वक्तव्य थांबविण्यात यावेत आणि महाविकास आघाडी ~ इंडिया ब्लॉक चा प्रमुख कणा असलेला हिंदी भाषिक व अन्य भाषिक अल्पसंख्यांक , मुस्लिम~दलित मतदार हा मनसे नेते राज ठाकरे यांचे सतत गरळ ओकून करीत असलेल्या वक्तव्याने आणि त्यांच्यावर होणारे हल्ले व दिल्या जाणारी हीन~अपमानास्पद वागणूक मुळे दुरावला जाणार नाही, यासाठी वेळीच उपाययोजना करावी, ज्या मुळे माझ्या सारखे कार्यकर्ते सुद्धा आपल्या शिवसेने पासून दूर जाण्याचा विचार करणार नाही.

त्यामुळे मनसे प्रमुख राज ठाकरे यांच्याशी आपल्या शिवसेनेची जी युती होत आहे, त्यामुळे मी व माझ्या सारखे अनेक शिवसैनिक व्यथित झालो आहे. कारण भाषावाद~प्रांतवाद पुढे करून निवडणूक डोळ्या समोर ठेवून केलेली कृती, ही देश विघातक ठरणार आहे, हे समजून घेणे अगत्याचे झाले आहे.

करिता हे विशेष पत्र .....

यावर उघड चर्चा व्हावी ही माझी स्पष्ट भूमिका आहे.

आदेश व्हावा ......

आपला प्रतिक्षारत पाईक,


किशोर तिवारी 

(अपदस्थ शिवसेना प्रवक्ते)

मोबाईल : 9422108846

Email ID : kishortiwari@gmail.com


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Monday, April 21, 2025

शेतकरी विधवा गीता चिंचोलकर हिच्या लक्ष्मीच्या लग्नात समाजाकडून मदतीच्या वर्षाव

शेतकरी विधवा गीता चिंचोलकर हिच्या लक्ष्मीच्या लग्नात समाजाकडून मदतीच्या वर्षाव
दिनांक २१ एप्रिल २०२५
१९९६ पासून विदर्भात दररोज ८ शेतकऱ्यांचा आत्महत्या होत आहेत, एकीकडे राजकीय पक्ष कृषी संकटाचे राजकारण करून सत्तेत येत आहेत मात्र कृषी संकटावर तोडगा निघत नसून आजही कर्जबाजारी शेतकऱ्यांचा आत्महत्या अशाच चालू आहेत मात्र या कृषी संकटाचे जे हजारो शेतकरी  बळी पडले आहेत त्यांच्या विधवा व कुटुंबातील सदस्यांच्या समस्या प्रचंड प्रमाणात वाढल्या आहेत मात्र ही कुटुंबे आज उपासमारी व देशोधडीला लागले आहेत. 

अशीच या कृषी संकटामुळे कोपामांडवी तालुका केळापूर जिल्हा यवतमाळ येथील श्रावण चिंचोलकर यांनी ऑक्टोबर २००६ मध्ये आत्महत्या केली होती, त्यावेळी श्रावण चिंचोलकर याची १७ वर्षाची विधवा गीता चिंचोलकर आपल्या ६ महिन्याची कोवळी लेकरू लक्ष्मी सोबत विधवा व अनाथ झाली व काल २० एप्रिल रोजी  हिच्या मुलीच्या म्हणजे आमच्या लक्ष्मी च्या लग्नाला कोपमांडवी परिसरातील सर्वच खेड्यातून प्रत्येक कुटुंबातील मंडळी उपस्थीत होती व समाजातील प्रत्येक स्तरातून लक्ष्मीला प्रेमाचा व मदतीचा वर्षाव झाला व लक्ष्मी चे लग्न एक अविस्मरणीय ऐतिहासिक कार्यक्रम म्हणून सध्या या शेतकरी आत्महत्याग्रस्त भागात चर्चेचा विषय ठरत आहे, मात्र संवेदन शून्य प्रशासन मात्र नियोजन व निधी उपलब्ध नसल्याने मदत देता येत नाही म्हणून बघ्याची भूमिकेत होते.

मराठवाकडी येथील तरुण शेतकरी कुणाल वाघाडे यांनी एकही पैसा व वस्तू न घेता लक्ष्मी सोबत लग्नाचा प्रस्ताव दिला व लक्ष्मी पुढे शिकविण्याची तयारी दाखवली व हे लग्न अशा प्रकारे आदर्श रित्या ठरले व  संपूर्ण सहयोग व सहभागाने संपन्न झाले.

शेतकरी विधवा गीता चिंचोलकर यांनी संघर्ष करून आपला संसार रोज मजूरी करून रेटला... आम्ही प्रत्येक अडचणीत सतत गीता सोबत होते... लग्नाच्या वेळी कोपा मांडवी येथील सर्व गावकरी  सहभागी झाले होते व महिलांनी आपल्या मुली सारखा प्रेम दाखवित असल्याचे चित्र दिसले.... नागपूर येथील खुशरू पोचा सह व विधान परिषदेच्या सभापती निलमताई गोऱ्हे ,आमदार मदन येरावार अजय संचेती ग्रँड मराठा फाउंडेशन ,खेतानी फाउंडेशन, जगदंबा मंदिर संस्थान, लायका गुझदार, चंद्रा नायक, सतीश झाझरिया, सुविधी सुराणा, रोहित पाटील, आमदार संजय देरकर, आमदार हेमंत पाटील , नितीन सरदार यांच्या सारख्या दानशूर व्यक्तींनी तसेच 

समाजातील विविध स्तरावरून गीता चिंचोलकर हिला मदतीचा हात पुढे आला असल्यामुळे हा एक अविस्मरणीय लग्न सोहळा झाला आहे... यावेळी स्मिता तिवारी, अंकित नैताम व शेतकरी विधवा साठी नेहमी मदतीचा हात देणारे किशोर तिवारी उपस्थित होते.. लक्ष्मी च्या लग्नाला परिसरातील सर्वच खेड्यातून मदत करण्यासाठी शेतकरी व शेतमजूर समोर आल्याचे चित्र यावेळी दिसून आले.
यावर्षी नापिकीमुळे व मुलीचे शिक्षण व सावकारी तसेच बचत गटाचे मायक्रो फायनान्स कर्ज यामुळे गीता चिंचोलकर अडचणीत आहे तिला समाजातील सुजाण दानशूरानी तिच्या खात्यात फुल नाही तर फुलाची पाकळी अशी मदत करावी 
तिचा बँक खाते 
गीता श्रावण चिंचोलकर 
Geeta Shrawan Chincholkar
Bank of Maharashtra Padharkawad
A/C 60167144718
IFSC code
MAHBOOOO262
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आपला नम्र 
किशोर तिवारी 
संपर्क - 9422108846

Saturday, February 1, 2025

विदर्भाचे कृषीसंकट कमी करणारा अर्थ संकल्प - शेतकरी कार्यकर्ते किशोर तिवारी

 विदर्भाचे कृषीसंकट कमी करणारा अर्थ संकल्प - शेतकरी कार्यकर्ते किशोर तिवारी 

दिनांक - १ फेब्रुवारी २०२५

शेतकऱ्यांच्या आत्महत्यांचे केंद्र असलेल्या विदर्भातील कापूस उत्पादक प्रदेशातील कृषी संकटांचा मागोवा घेणारे आणि २००१ पासून दररोज ८ शेतकऱ्यांच्या आत्महत्यांची नोंद करणारे ज्येष्ठ शेतकरी कार्यकर्ते किशोर तिवारी यांनी भारताच्या अर्थमंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण यांनी सादर केलेल्या भारतीय अर्थसंकल्पाचे स्वागत केले आहे ज्यामध्ये लागवडी खर्चाचे नियमन,उत्पादकता वाढविण्यासाठी कापूस अभियानाची सुरुवात व  तेलबियांना प्रोत्साहन देणे या मुख्य मुद्द्यांवर मिशन मोड मध्ये कार्यक्रम सादर करण्यात आला आहे .  

अर्थमंत्री निर्मला सीतारमण यांनी आज 'धन ध्यान कृषी' योजनेची घोषणा केली  यामुळे देशातील १ कोटींहून अधिक शेतकऱ्यांना मदत होईल आणि 'प्रधानमंत्री धन ध्यान कृषी योजना' कमी उत्पादन, आधुनिक पीक तीव्रता आणि सरासरीपेक्षा कमी कर्ज मापदंड असलेल्या १०० जिल्ह्यांना समाविष्ट करेल.तरुण, महिला आणि शेतकऱ्यांवर लक्ष केंद्रित करून ग्रामीण समृद्धी, लवचिकता कार्यक्रम सुरू करण्याच्या आणि तूर, उडीद आणि मसूरवर विशेष लक्ष केंद्रित करून डाळींमध्ये आत्मनिर्भरतेसाठी ६ वर्षांचा कार्यक्रम सुरू करण्याच्या सरकारच्या निर्णयाचे शेतकरी कार्यकर्ते किशोर तिवारी यांनी स्वागत केले: अर्थमंत्री सीतारमण. भाजीपाला, फळांचे उत्पादन वाढविण्यासाठी आणि किफायतशीर भाव देण्यासाठी व्यापक कार्यक्रम हा चांगला पाऊल आहे आणि कापूस उत्पादनाला चालना देण्यासाठी ५ वर्षांच्या अभियानासोबत उच्च उत्पन्न देणाऱ्या बियाण्यांचे प्रस्तावित राष्ट्रीय अभियान सुरू केले जाईल,असे तिवारी म्हणाले.

किसान क्रेडिट कार्डसाठी व्याज सवलत योजनेची मर्यादा ३ लाख रुपयांवरून ५ लाख रुपयांपर्यंत वाढवण्याच्या सरकारच्या निर्णयाचे शेतकरी कार्यकर्ते किशोर तिवारी यांनी स्वागत केले, यामुळे कर्ज चक्र पुनर्संचयित होईल. पीक विविधीकरण आणि शाश्वत कृषी पद्धतींचा अवलंब करणे आणि पंचायत आणि ब्लॉक पातळीवर काढणीनंतर साठवणूक वाढवणे आणि सिंचन सुविधा सुधारणे ही काळाची गरज आहे,असे तिवारी म्हणाले.

किशोर तिवारी यांनी कर आकारणी, शहरी विकास, खाणकाम, वित्तीय क्षेत्र, वीज आणि नियामक सुधारणा या ६ क्षेत्रांमध्ये सुधारणा सुरू करण्याच्या अर्थसंकल्पाचे स्वागत केले. १२ लाख रुपयांपर्यंतच्या उत्पन्नावर कोणताही कर भरावा लागणार नाही अशी घोषणा केल्याने करदात्यांना विशेषतः मध्यमवर्गीयांना मोठा दिलासा मिळेल  असे तिवारी म्हणाले.

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