Monday, August 18, 2025

नरेंद्र मोदीजी सेवानिवृत्ति के बाद अब नितिन गडकरीको प्रधानमंत्री का मिले-किशोर तिवारी का आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहनजी भागवत को पत्र

नरेंद्र मोदीजी सेवानिवृत्ति के बाद अब नितिन गडकरीको  प्रधानमंत्री का मिले-किशोर तिवारी का आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहनजी भागवत को पत्र

नागपुर, १८अगस्त २०२५ 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी अब १७ सितम्बर २०२५ को  बाद सेवानिवृत्ति के बाद भाजपा के पुर्व राष्ट्रिय अध्यक्ष वर्तमान सबसे होनहार क्रियाशील केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को संघ ने एक मौका देना चाहिए,यह मांग एक पत्र द्वारा राज्य सरकार के शेतकर स्वावलंबन उच्चाधिकार मिशन के पूर्व अध्यक्ष, २०१४  और २०१९  के लोकसभा चुनावों में 'मोदी वाररूम' के सक्रिय सदस्य और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पुराने 'संगठन शिविर' प्रशिक्षित स्वयंसेवक किशोर तिवारी ने आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहनजी भागवत को एक खुला पत्र लिख कर की है।  इस संबंध में अपने पत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को उचित हस्तक्षेप कर देश में पिछले ११ वर्षों से चल रहे व्यक्ति-केंद्रित पूंजीवादी विचारधारा वाले नेतृत्व को बदलना चाहिए और "सबका साथ ~ सबका विकास" का नारा सही मायनों में साकार होना चाहिए तथा स्वर्गीय दीनदयाल उपाध्याय के 'अंत्योदय मिशन' को सही मायनों में साकार करना चाहिए। इसके लिए किशोर तिवारी ने "अभी नहीं तो कभी नहीं" के नारे को अपने सामने रखकर यह पत्र लिखा है।

किशोर तिवारी ने अपने पत्र में आगे लिखा है कि देश ने मोदी को ११ वर्षों तक काम करने का एक महान अवसर दिया है, उन्होंने भगवान रामचंद्र के भव्य मंदिर सहित कई अच्छे कार्य भी किए हैं। जब  २०१४  में नितिन गडकरी, जिनके प्रधानमंत्री बनने का मौका एक षड्यंत्र के तहत छीन लिया गया था. नितिन गडकरी  एक कर्मठ और सबको साथ लेकर चलने वाले मंत्री के रूप में जाने जाते हैं। तिवारी ने अनुरोध किया है कि २०२९ के लोकसभा चुनाव से पहले शेष ४ वर्षों के लिए नितिनजी गडकरी को देश का नेतृत्व करने का अवसर दिया जाए और उनके नेतृत्व में देश को आगे ले जाने के लिए एक सकारात्मक बदलाव लाया जाए। इस मांग की पृष्ठभूमि यह है कि तिवारी ने २०१९ में भी नितिन गडकरी को प्रधानमंत्री बनाने की पुरजोर मांग की थी, लेकिन उस समय मोदी-शाह लॉबी ने भाजपा के लिए २९२ सांसद जित कर आये  जित कर आने  के बाद तिवारी को पार्टी छोड़ने पर मजबूर कर दिया था। 

तिवारी ने इस तथ्य की ओर ज़ोर देकर ध्यान आकर्षित किया है कि जहाँ एक ओर देश भर में ईडी, सीबीआई, नागरिक उड्डयन मंत्रालय के दुरुपयोग और केंद्रीय चुनाव आयोग, ख़ुफ़िया एजेंसियों व अन्य संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग का दुर्भाग्यपूर्ण संदेश विपक्ष मुद्दा बनाकर सर्कार अस्थिर कर रहा है ,देश लोकतांत्रिक पद्धतीसे नहीं चल रहा है यह धारणा मिटाना बेहद ज़रूरी है कि मोदी-शाह सरकार तानाशाही तरीके से काम कर रही है, और इसीलिए नेतृत्व परिवर्तन ज़रूरी हो गया है।

किशोर तिवारी ने अपने पत्र में आगे कहा है कि दरअसल, २००८  से २०१२  तक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में श्री नितिन गडकरी द्वारा की गई कड़ी मेहनत वजहसेही २०१४ लोकसभा  चुनावों में केंद्र सरकार में बदलाव हुआ है । जहाँ यह माना जा रहा था कि उन्हें प्रधानमंत्री बनने का मौका मिलेगा, वहीं बेबुनियाद कथित भ्रष्टाचार के आरोपों लगाकर  नितिन गडकरी को  में उन्हें दोबारा राष्ट्रिय अध्यक्ष  बनने से रोकने की साज़िश रची गईथी । उसके बाद, गुजरात लॉबी के  से जुड़े लोगों ने पार्टी और प्रधानमंत्री पद हथिया लिया और गडकरी विरोधी अपना अभियान पूरा किया था अब २०२५ में फिर से नितिन गडकरी किसीभी हालत पंतप्रधान न बने इसलिए बेबुनियादोंका भ्र्ष्टाचार और पद के दुरूपयोग आरोप लगाए जा रहे हे । अब, हालांकि, पिछले ११  वर्षों में मोदी सरकार द्वारा किए गए अच्छे कार्यों की तुलना में, मोदी-शाह की कार्य प्रणाली ने यह आभास निर्माण हो रहा की देश नीतियों पे पूंजीवाद व सम्राज्यवाद  सरकार पर हावी हो चूका है यह आरोप सब बुद्धिजीवी विपक्ष लगाने में  को बेहतर तरीके से बदनाम किया जा सकतासफल हो रहा है और इस वजह से, अब देश में नेतृत्व परिवर्तन आवश्यक है और संघ को "महाराष्ट्र के पुत्र" नितिनजी गडकरी को मौका देने के लिए खुले प्रयास करने चाहिए, जिनके जीवनके संस्कार  संघ शिक्षा हुई है और जिनकी कार्यकुशलता सर्वमान्य है, और अब समय आ गया है कि संघ अपने 'वीटो' का उपयोग करके 75 वर्षों तक देश की सेवा करने वाले मोदी को मार्गदर्शन परिषद में भेजे, ऐसा तिवारी ने विस्तार से बताया।

इस समय देश भीषण कृषि संकट, विपन्न ग्रामीण अर्थव्यवस्था,स्वास्थ्य एवं शिक्षा बाजार, भारत सरकार द्वारा प्रमुख सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण, पूंजीवाद का बोलबाला ,विदेश नीति की विफलता , हमारे सभी पड़ोसी देशों के साथ बिगड़े संबंध, अमेरिका द्वारा हम पर लगाए गए टैरिफ का विशाल आर्थिक संकट, विपक्ष द्वारा किया जा रहा कटु दुष्प्रचार, मोदी की कार्यशैली को लेकर भाजपा और संघ परिवार में व्याप्त आंतरिक असंतोष, पिछले ११  वर्षों में भाजपा का बेशर्मी से हुआ कांग्रेसीकरण और सभी क्षेत्रों में व्याप्त भ्रष्टाचार से देश जूझ रहा है। इन समस्याओं के रामबाण उपाय के रूप में, संघ के अत्यंत निकट और संघ परिवार से मधुर संबंध रखने वाले नितिन गडकरी ही एकमात्र विकल्प हैं। बारबार हो रहे अन्याय और उपमान का विष पीकर  उन्होंने जो विनम्रता और धैर्य दिखाया, वह एक संत के लक्षण हैं, और निःस्वार्थ सेवा पक्ष केलिए समर्पण के प्रति उनकी अटूट निष्ठा, कार्य के प्रति उनका अटूट ईश्वरीय दृष्टिकोण, उनकीअजात शत्रु , और सरकारी अधिकारियों को अनुशासित करने और साहस के साथ कार्य को पूर्णता तक पहुँचाने के उनके लंबे अनुभव ने, सच्चे नेतृत्व का परिचय देने वाले नागपुर के इस सपूत को अब देश का नेतृत्व करने का अवसर दिया जय यह सबकी प्रामाणिक इच्छा है और तिवारी ने उल्लेख किया है कि इसके लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान चलाने की आवश्यकता है और एक जनांदोलन द्वारा विदर्भमें सुरु किया जाएगा। 

----------------------------------------------------------------------------------------------------

कृपया प्रचार एवं प्रकाशन हेतु प्रस्तुत करें....

किशोर तिवारी

मोबाइल नंबर 9422108846

ईमेल आईडी: kishortiwari@gmail.com

No comments: